पंडित दीनदयाल उपाध्याय के अंत्योदय विचारों को साकार करते हुए गरीबों के खाने के लिए एक रुपए प्रति किलो अनाज देते हुए उनके लिए प्रधानमंत्री आवास की व्यवस्था सुनिश्चित करते हुए गरीब को रोटी की चिंता से बाहर निकाल लिया गया है और आवास देकर आत्मसम्मान गर्व की जिंदगी दी जा रही है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई के सपने प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना को आगे बढ़ाकर आज लगभग सभी गांवों को पक्की सड़क से जोड़कर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गतिशील उत्साही और आसावान बना दिया गया है। प्रधानमंत्री उज्वाला योजना ग्रहणी माता बहनों को गैस चूल्हा मुफ्त में देकर रसोई बनाने के काम को आसान कर स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान कर रही है।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना ने फसलों के उत्पादन को अनिश्चितता से बचाते हुए सरकार किसानों को वित्तीय सुरक्षा दे रही है। प्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्गों के साथ-साथ राज्य स्तरीय सीसी सड़क मार्गों का निर्माण तीव्र गति से हो रहा है बन रही सड़क मार्गों की निर्माण गुणवत्ता उच्च स्तर की है जो हमें अपनी आंखों से देखने को मिल रही है। तकनीकी, चिकित्सा, प्रबंधन और उच्च शिक्षा के क्षेत्र में उच्च स्तर के प्रशिक्षित मानव संसाधन को बनाया जा रहा है। प्रदेश में डिजिटाइजेशन को निरंतर नया आयाम दिया जा रहा हैं। अब छात्र छात्राओं के लिए कोई भी शिक्षा प्राप्त करने के लिए पैसे की कमी नहीं है उन्हें छात्रवृत्ति और शिक्षा ऋण के माध्यम से धन की उपलब्धता आसानी से हो रही है। मुख्यमंत्री मेधावी छात्रवृत्ति योजना ने तो छात्रों के सपनों को पंख ही लगा दिए हैं।
प्रदेश की आर्थिक धार्मिक धमनियों में बहने वाली बिजली का उत्पादन 2003 में केवल 2900 मेगावाट था जिसे अब शिवराज सरकार ने 18384 मेगावाट से आगे पहुंचा दिया है और आज प्रदेश के गांव में 24 घंटे घरेलू बिजली मिल रही है और किसानों को सिंचाई के लिए 10 घंटे प्रतिदिन बिजली मिल रही है। बिजली उत्पादन में हुई इस वृद्धि से उद्योगों ने भी राहत की सांस ली ली है और निरंतर तरक्की की जा रही है।
अपने शासनकाल के 10 वर्षों में कांग्रेस सरकार ने 2003 तक प्रदेश में कृषि की विकास दर को 3% से ऊपर नहीं ले जा पाई। आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सरकार ने अपने परिश्रम से मध्य प्रदेश की कृषि विकास दर को 18. 89% से ऊपर पहुंचा दिया है। कृषि निवेश, विपणन, भंडारण और परिवहन की विकसित व्यवस्था ने मध्य प्रदेश की ग्रामीण कृषि अर्थव्यवस्था को एक नया प्रतिस्पर्धी आयाम दिया है। इसका श्रेय किसान पुत्र मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को जाता है। 0% से नीचे ऋणत्मक ब्याज दर पर खेती के लिए ऋण दिया जा रहा है और समय पर खाद, बीज और कीटनाशक की व्यवस्था करते हुए नई कृषि तकनीक को तेज गति से अपनाया जा रहा है। जिससे पिछले डेढ़ दशक में राज्य में गेहूं के उत्पादन में उत्पादन में 345% से अधिक वृद्धि कर दी हैं। जलाशयों के निर्माण को मिली गति ने प्रदेश में नहरों से सिंचाई के क्षेत्र को शिवराज सरकार ने पिछले 15 वर्षों में 7 से 40 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा दिया है। कृषि फसलों के उत्पादन से किसानों के पास वित्तीय पूंजी निर्माण के साथ-साथ आय निश्चित होने से किसानों में खेती के प्रति उत्साह का संचार हुआ है। शिवराज सिंह सरकार ने कृषि के लिए बनाए अनुकूल सुविधाओं माहौल ने आज मध्य प्रदेश के कृषि उत्पादन को 2.14 से सीधे 5.44 करोड़ मीट्रिक टन से आगे ले जा लिया है।
शिवराज सिंह सरकार ने अपने अथक प्रयासों से मध्यप्रदेश में मातृ मृत्यु दर को 379 से 221 प्रतिवर्ष पर लाकर मध्यप्रदेश में शिशु मृत्यु दर को 86 से 47 प्रतिवर्ष पर ले आया है और प्रदेश में 22% से बढ़कर अब 86% से अधिक लोग संस्थागत प्रसव कराने लगे हैं। प्रदेश में अब दो की जगह 36 लाख से अधिक बेसहारा लोगों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन मिलने लगी है। यह लोग अब आत्मसम्मान का जीवन जी रहे हैं।
गरीबों की सुरक्षा और उनके उत्थान के लिए बनाई गई मध्य प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी पंडित दीनदयाल उपाध्याय जन कल्याण " संबल योजना " ने तो शिवराज सरकार को मध्य प्रदेश की जनता के लिए पालक गार्जियन बना दिया है और मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार ने पालक सरकार " गार्जियन गवर्नमेंट " का आकार ले लिया है । हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अन्य सैकड़ों योजनाएं हैं जिसने लोक कल्याण को राजधर्म के केंद्र में ला दिया है और अब विकास प्रमुख है। लगता है मध्य प्रदेश में हो रहे एक लोकसभा और 3 विधानसभा के इन चुनावों में जनता लोक कल्याण के लिए सत्यम शिवम सुंदरम को ध्यान में रखते हुए अपना बहुमूल्य मत भाजपा को देकर विजय ध्वज भारतीय जनता पार्टी के हाथों में देगी और देना भी चाहिए। सत्य मेव जयते ... अंततः जन गण मन अधिनायक जय हे ..... !
DINESH SAHU
राष्ट्रीय संयोजक
All India movement for democratic reforms
यह लेखक के अपने व्यक्तिगत विचार हैं
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